लखनऊ।
झाांसी मेडिकल कॉलेज में बस दुर्घटना के शिकार मरीज के पैर को उसके सिर के नीचे तकिए के रुप में इस्तेमाल करने के मामले मेें प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन के निर्देश पर झांसी मेडिकल कालेज के एक सीनियर रेजीडेण्ट (आर्थोपेडिक्स), एक ई.एम.ओ. सहित दो सिस्टर इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
यह कार्रवाई मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक युवक के कटे पैर के इलाज में लापरवाही बरतने का मामला सामने आने के बाद की गई है। मामला संज्ञान में आने के बाद प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है।
मंत्री के निर्देश पर तत्काल प्रभाव से निलंबित होने वालों में सीनियर रेजीडेण्ट (ऑर्थोपेडिक्स) डॉ0 आलोक अग्रवाल, ई0एम0ओ0 डॉ0 महेन्द्र पाल सिंह, सिस्टर इंचार्ज सुश्री दीपा नारंग तथा सुश्री शशि श्रीवास्तव शामिल हैं। इसके अलावा असिस्टेण्ट प्रोफेसर (ऑर्थोपेडिक्स) डॉ0 प्रवीण सरावगी के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई के आदेश निर्गत कर दिए गए हैं।
यह जानकारी आज यहां देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए जा चुके हैं।
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