गोल्डकोस्ट (आस्ट्रलिया) ।
21वें राष्ट्रमंडल खेलों के छठवें दिन भारतीय शूटर हीना सिद्धू ने पिस्टल निशानेबाजी में नया रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। वहीं डोपिंग के काले अध्याय को पीछे छोड़ पैरा पावरलिफ्टर सचिन चौधरी ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
छठे दिन के खेल में भारतीय खिलाड़ियों के पदक जीतने का अभियान धीमा रहा। ब्रिस्बेन के बेलमोट शूटिंग सेंटर में भारतीयों से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी लेकिन उनकी शुरूआत बहुत अच्छी नहीं रही। गगन नारंग और चैन सिंह पुरूषों के 50 मीटर राइफल प्रोन में पदक जीतने में नाकाम रहे। लेकिन हीना सिद्धू ने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में नया रिकार्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक हथियाया।
भारत को दिन का दूसरा पदक पैरा पावरलिफ्टिंग में चौधरी ने दिलाया। उन्होंने पुरूषों के हैवीवेट फाइनल में 181 किग्रा भार उठाया। सचिन को 2014 में डोपिंग में फेल होने पर दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था। इस पदक ने उन्हें उस काले अध्याय से उबरने में संजीवनी का काम किया है।
मुक्केबाजों के लिए मंगलवार मंगल साबित हुआ। भारत के 5 मुक्केबाज रिंग पर उतरे और उन सभी ने अपने अपने मुकाबले जीतकर पदक पक्के किए। ट्रैक एवं फील्ड में भी भारतीयों का प्रदर्शन ठीक रहा। भारत की पदक के लिए कल उम्मीदें निशानेबाजों पर टिकी रहेंगी जब जीतू राय 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में उतरेंगे। वह 10 मीटर में पहले ही स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।
मुक्केबाजी में मेरीकोम फाइनल में पहुंचने की कोशिश करेगी जबकि बैडमिंटन में किदाम्बी श्रीकांत, साइना नेहवाल और पी. वी. सिंधू व्यक्तिगत वर्ग में अपने अभियान की शुरूआत करेंगे। भारत ने बैडमिंटन टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।
Be First to Comment